अभी महंगाई की मार से पूरा देश परेशान है | चाहे खाने का तेल हो या गाड़ी में डालने वाली डीजल या पेट्रोल हो | सबका भाव बहुत ज्यदा बढ़ गयी है | जिसके कारण आम लोगों की हालत ख़राब है | बता दे की विदेशों में गिरावट के रुख के बीच शनिवार को दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सरसों तेल तिलहन, सोयाबीन तेल, सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट देखने को मिली।
बाकी तेल तिलहनों के भाव पूर्ववत बने रहे। जानकारी के लिए बता दे की मलेशिया एक्सचेंज में शुक्रवार को 3.8 प्रतिशत की गिरावट थी जबकि कल रात को शिकॉगो एक्सचेंज पौने (0.75) प्रतिशत कमजोर बंद हुआ था। खाने के तेल के दाम में कमी के बाद आम आदमी को राहत मिली है |
आपको बता दे की सरसों दाने के भाव में 25 रुपये क्विंटल की गिरावट हो चुकी है। हालांकि, सरसों की उपलब्धता निरंतर कम हो रही है। सामान्य कारोबार के बीच सरसों तेलों के भाव पूर्वस्तर पर बंद हो चुका है। वहीं, इंदौर के संयोगितागंज अनाज मंडी में बुधवार को तुअर (अरहर) 100 रुपये और मूंग के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हो गई है।
सर्दियों में मांग कम होने के कारण पाम तथा पामोलीन तेल के भाव भी नरमी दर्शाते बंद हो गए। बाकी तेल-तिलहनों के भाव में बदलाव नहीं हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मलेशिया एक्सचेंज में 1.1 प्रतिशत की तेजी हो गई थी। जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में फिलहाल 1.3 प्रतिशत का फायदा हुआ है। राजस्थान और गुजरात की मंडियों में मूंगफली की आवक बढ़ने के बीच मूंगफली तेल- तिलहनों के भाव नरम बंद हो चुके हैं।