बिहार में नीतीश सरकार की ओर से शुरू स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना उच्च शिक्षा हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए जड़ी बूटी की तरह काम कर रहा है | बड़ी तादाद में आर्थिक रूप से असमर्थ मेधावी छात्रों को इस योजना का लाभ मिल रहा है. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम के जरिये छात्र उच्च शिक्षा के अपने सपनों को साकार कर रहे हैं | बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि
अब तक बिहार में इस योजना के तहत 2041 करोड़ रुपये का शिक्षा ऋण छात्र-छात्राओं के बीच वितरित किया जा चुका है | उन्होंने बताया कि 15 जुलाई 2018 से 17 दिसंबर 2021 तक 1,71,475 आवेदन आए. इनमें से 1,36,217 छात्र-छात्राओं के आवेदन को स्वीकार किया जा चुक है | इसके लिए कुल 3628 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि स्वीकृत की गई, जिनमें से 2041 करोड़ रुपये का लोन बांटा जा चुका है |
चार लाख तक शिक्षा ऋण तक का है प्रावधान :
इस योजना से 4 लाख रुपए तक का शिक्षा ऋण का प्रावधान है। एनडीए सरकार राशि के अभाव में बिहार के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होने देगी। सुशासन के कार्यक्रम 2015-20 के तहत विकसित बिहार के सात निश्चय के तहत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना 2 अक्टूबर 2016 से शुरू की गई। निगम का गठन होने से बैंकों की तुलना में 4 गुणा अधिक शिक्षा ऋण के लिए प्राप्त आवेदनों की स्वीकृति मिली है।