अब राशन के लिए उपभोक्ताओं को आसानी हो गई है। अब खाद्य आपूर्ति विभाग के डिपो के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और न ही लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ेगा। देश का पहला ‘ग्रेन एटीएम’ गुरुग्राम में पायलट परियोजना के रूप में स्थापित किया गया है। और यह मशीन एक बार में पांच से सात मिनट के भीतर 70 किलो तक अनाज निकाल सकती है।
चौटाला ने एक बयान में कहा, ‘इस मशीन को स्थापित करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सही मात्रा, कम से कम परेशानी के साथ अनाज सही लाभार्थी तक पहुंचे।’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक खाद्य वितरण प्रणाली में पहले की तुलना में अधिक पारदर्शिता आएगी। मशीनें न केवल सरकारी डिपो संचालकों को अनाज वितरण में सहायक साबित होंगी बल्कि इससे डिपो संचालकों का समय भी बचेगा।
यह एक ऑटोमैटिक मशीन है, जो बैंक एटीएम की तरह काम करती है। यूनाइटेड नेशन के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के तहत स्थापित मशीन को ऑटोमेटिड, मल्टी कमोडिटी, ग्रेन डिस्पेंसिग मशीन कहा गया है।
मशीन में लगी टच स्क्रीन के साथ एक बायोमेट्रिक मशीन लगी हुई है, जहां पर लाभार्थी को आधार या राशन कार्ड का नंबर डालना होगा। बायोमेट्रिक से सुनिश्चित करने पर लाभार्थियों को सरकार की ओर से निर्धारित अनाज खुद मशीन के नीचे लगाए गए बैग में भरा जाएगा। इस मशीन के माध्यम से तीन तरह के अनाज गेहूं, चावल और बाजरा का वितरण किया जा सकता है।
साभार :- डेली बिहार