एक कहावत है की समय के साथ सब कुछ बदल जाता है अगर आप सही दिशा में मेहनत करें तो एक दिन जरूर आपका समय भी बदलेगा ऐसा ही कुछ करके दिखाई है दिल्ली से सटे हरियाणा की एक छोटे से शहर रोहतक से आने वाली अंकिता चौधरी ने

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दोस्तों अंकिता चौधरी का जीवन संघर्ष भरा रहा है उनका जन्म साधारण परिवार में हुआ था उनके घर की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी उनके पिता जी चीनी मील में काम करते थे. अंकिता के बारे में बताया जाता है की वो बचपन से ही पढने में काफी मेधावी छात्रा थी.

अंकिता चौधरी आज के उन लड़कियों के लिए प्रेरणा की श्रोत है जो कहते है की सिर्फ बड़े कोंचिंग संस्थान से ही यूपीएससी पास किया जा सकता है. अंकिता अपना प्रारंभिक शिक्षा गाँव से ही पूरा की उसके बाद उन्होंने अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली के हिन्दू कॉलेज से पूरा की.

उसके बाद उन्होंने अपना लक्ष्य यूपीएससी को बनाया उसके कुछ समय बाद ही उनके माता जी का निधन हो गया. लेकिन विपरीत प्रस्थिति के बाबजूद भी इन्होने हार नहीं माना और लगातार म्हणत करती रही हलांकि पहली बार में सफलता नहीं मिला लेकिन फिर से तयारी में जुट गई और दूसरी बार में पुरे ऑल ओवर इंडिया में 14वां रैंक हाशिल की और आईएएस अधिकारी बनी.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...