आगर आप भी घर बनाने के प्लान में है तो आपके लिए उद न्यूज़ है | जी हाँ दोस्तों भवन निर्माण सामग्री की मांग में आई सुस्ती के चलते इन दिनों सरिया और सीमेंट की कीमतों में गिरावट आ गई है। यदि माह भर पहले की तुलना की जाए तो सरिया आठ हजार रुपये प्रति टन सस्ता हुआ है और सीमेंट के दाम 20 दिनों में ही 60 रुपये तक गिरा है। कारोबारियों का कहना है कि बाजार का हाल ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में इनकी कीमतों में और गिरावट आ सकती है। उपभोक्ताओं को भी इनकी कीमतों में गिरावट का इंतजार है।

बिहार में प्रतिमाह दो लाख टन की है खपत :

जानकारी के अनुसार बिहार में हर महीने 2 लाख टन सरिया की खपत की जाती है। प्रदेश में मगध, बाल मुकुंद और कामधेनु सहित कई अन्य कंपनियों के सरिया सबसे ज्यादा बिकते हैं। उत्पादक कहते हैं कि प्रदेश में हम डिमांड और आपूर्ति के बीच की कमी दूर कर लेते हैं तो बाहर से सरिया मंगाने की जरूरत अपने आप कम जाएगी। शाहनवाज हुसैन जो राज्य सरकार के उद्योग मंत्री हैं, उनका कहना है कि प्रदेश में उत्पादित सामानों को खरीद को प्राथमिकता दिया जा सकता है।

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क्या कहना है कारोबारी का :

कारोबारियों की मानें तो सीमेंट और सरिया की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के चलते इन दिनों भवन निर्माण सामग्री का कारोबार 50 फीसद गिर गया है। यदि इस वर्ष जनवरी महीने से ही तुलना की जाए तो भवन निर्माण सामग्री का कारोबार आधा हो गया है। बहुत से रियल इस्टेट प्रोजेक्ट्स के साथ ही भवन निर्माण कार्य भी रुके हुए हैं।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...