रवि पाल ने बताया कि वह सिंचाई, गुड़ाई और निड़ाई के साथ तकरीबन 15 से 20 हजार की लागत में गेंदे के फूल की खेती (Marigold Flower Cultivation) से 2 से 4 लाख रुपये तक मुनाफा कमा लेते हैं.

पिछले कुछ सालों में किसानों ने पारंपरिक कृषि से इतर फूल की खेती की तरफ भी रूख किया है. उनमें भी सबसे ज्यादा गेंदे के फूल की खेती  (Marigold Flower Cultivation) की जा रही है. किसानों के लिए ये फसल कम लागत में काफी मुनाफेदार साबित हो रही है.

साथ ही इस फसल की खास बात ये है कि ये बारहमासी पौधा है. यही वजह है कि अन्य फूलों की कमी कभी न कभी बाजार में दिख जाती हैं, लेकिन गेंदे का फूल हर जगह भरपूर मात्रा में दिखाई देता है.

मैनपुरी ज़िले के सुल्तानगंज ब्लॉक के गांव पद्मपुर छिबकरिया के रहने वाले रवि पाल 10 एकड़ में खेती करते हैं. वह एमबीए से पोस्ट ग्रेजुएट हैं. पहले वह एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करते थे, लेकिन मन नहीं लगा तो गेंदे की खेती करने लगे.

उन्होंने बताया कि एक एकड़ में तकरीबन 15 हजार तक पौधे तक लगते हैं. वे सिंचाई, गुड़ाई और निड़ाई के साथ तकरीबन 15 से 20 हजार की लागत में 2 से 4 लाख रुपये तक मुनाफा कमा लेते हैं. 

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...